भईया ये फोटो जो बोलता है, उसे सुनो, और अपने गिरेबान में झांककर देखो कि नौ प्रतिशत जीडीपी को बावजूद,ग्सोबलाइजेशन के चमचे होने के बावजूद, जी हजूरी करने के बावजूद, तूम कितने विकसित हुए हो। कितना होना चहिए। रूक कर, कपार पकड़कर बैठो, थोड़ा सोस्ता भी लोगे और समझ में भी आ जाएगा कि जिस सड़क पर दौड़ रहे हो। वह इस्ट इंडिया कम्पनी की बनवायी हुई है। इसलिए वहीं से निकलती है और वहीं जाती है। इस पर जन्म जन्मान्तर के गुलाम दौड़ते रहते हैं। और अंग्रज लोग इस घुड़दौड़ पर जूआ खेलते है।
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